टिहरी बांध
- उत्तराखंड के टिहरी जनपद में स्थित टिहरी डैम एशिया का सबसे ऊंचा(260.5 मीटर) बांध है
- टिहरी बांध भागीरथी व भिलंगना नदी के संगम स्थल पर बनाया गया है
- टिहरी बांध एक Embankment Dam या काफर बांध है
- टिहरी डैम का नाम स्वामी रामतीर्थ सागर बांध है जबकि इसे सुमन सागर के नाम से भी जाना जाता है
इतिहास-
- 1949 में उत्तर प्रदेश सरकार ने टिहरी में भागीरथी व भिलंगना के संगम स्थल पर बांध बनाने की योजना शुरू की
- 1961 में टिहरी बांध परियोजना का प्राथमिक जांच कार्य पूरा हुआ
- 1972 में केंद्र सरकार ने टिहरी में 600 MW बांध परियोजना को स्वीकृति प्रदान की
- 1978 में सिंचाई विभाग उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा टिहरी बांध निर्माण कार्य प्रारम्भ हुआ
- 1986 मे रूस के राष्ट्रपति मिखाइल गोर्बाचेव भारत आये व टिहरी बांध परियोजना के लिये आर्थिक सहायता प्रदान की
- 1988 में केंद्र सरकार व राज्य सरकार ने THDC( Tehri Hydro Development Corporation) का गठन किया व बांध निर्माण कार्य THDC को सौंप दिया
- 1990 में टिहरी बांध परियोजना के डिजाइन में परिवर्तन कर इसकी क्षमता 600 MW से बढाकर 2400 MW कर दी गयी
- अक्टूबर 2005 में टिहरी बांध की अंतिम सुरंग को बंद कर दिया गया
- 30 जुलाई 2006 को टिहरी बांध परियोजना में बिजली उत्पादन शुरू हुआ
टिहरी बांध परियोजना को तीन Phase में बांटा गया
Phase 1-
टिहरी बांध व जल विद्युत परियोजना- 1000 MW की यह परियोजना 30 जुलाई 2006 को राष्ट्र को समर्पित की गयी
Phase 2-
टिहरी पंप स्टोरेज प्लांट- 1000 MW की यह परियोजना अभी निर्माणाधीन है
Phase 3-
कोटेश्वर बांध परियोजना- 400 MW की यह परियोजना 2012 में बनकर पूर्ण हो गयी थी
टिहरी बांध आंदोलन-
- टिहरी बांध निर्माण के विरोध में सर्वप्रथम कामलेंदुमती शाह ने आवाज उठाई
- 1978 में विद्यासागर नोटियाल की अध्यक्षता में बांध विरोधी समिति का गठन हुआ
- 1991 में सुंदरलाल बहुगुणा के नेतृत्व में टिहरी बांध के विरोध में 76 दिनों का धरना दिया गया
टिहरी बांध व डोबरा चांटी पुल |
डोबरा चांटी पुल
- टिहरी बांध पर निर्मित यह भारत का सबसे लंबा सिंगल लेन मोटरेबल सस्पेंशन ब्रिज है
- निर्माण कार्य प्रारंभ- 2006
- निर्माण कार्य पूरा हुआ- 2020
- उद्घाटन – 8 नवम्बर 2020 मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत द्वारा
पुल की विशेषता-
- कुल लम्बाई – 725 मीटर
- संस्पेंशन ब्रिज की लंबाई- 440 मीटर
- कुल चौड़ाई – 7 मीटर
- मोटर मार्ग की चौड़ाई- 5.5 मीटर
- फुटपाथ – 0.75 मीटर (दोनों और)
इतिहास-
- डोबरा चांटी पुल का निर्माण कार्य 2006 मे शुरू किया गया
- 2010 में पुल का डिजाइन फेल हो गया व पुल निर्माण कार्य बंद करना पड़ा
- 2016 में दक्षिण कोरिया की कंपनी योसीन ने पुल का डिजाइन तैयार किया
- 2020 में डोबरा चांटी पुल का निर्माण कार्य पूरा हुआ
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