Happy Women’s day image |
अंतराष्ट्रीय महिला दिवस(international women’s day)
हर वर्ष आज का दिन यानी 8 मार्च अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के रूप में मनाया जाता है इसका मुख्य उद्देश्य यही है कि महिलाओं को भी हर क्षेत्र में उचित स्थान प्राप्त हो या उचित सम्मान मिले आप जानते होंगे कि समाज में महिलाओं को उचित स्थान नहीं दिया जाता था बल्कि भेदभाव किया जाता था जैसे पुरुष ये काम कर सकता है महिला ये काम नहीं कर सकती है, पुरुष जंग लड़ सकता है महिला जंग नहीं लड़ सकती है, पुरुष बाहर जा सकता है,महिला ग्रहणी बन कर रहेगी।
ऐसे की कारण थे जो महिलाओं को आगे आने के लिए बाधा बन रहे थे ।इसलिए 8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस संपूर्ण विश्व में मनाया जाता है जो कि महिलाओं के अधिकारों की रक्षा करता है और जिसका उद्देश्य है कि महिलाओं को हर क्षेत्र में उचित बढ़ावा देना ।
इतिहास में महिला दिवस –
– समाज में पहले अधिकतर देशों में महिलाओं को मतदान करने का अधिकार नहीं था । 28 फरवरी 1999 को यह दिवस अमेरिका में सोशलिस्ट पार्टी द्वारा मनाया गया जिसका मुख्य उद्देश्य महिलाओं को वोट दिलवाने का अधिकार दिलाना था 1913-14 में प्रथम विश्वयुद्ध के दौरान महिलाओं ने शांति की स्थापना के लिए फरवरी माह में अंतिम रविवार को महिला दिवस मनाया । 1917 तक लाखों रुशी सैनिक युद्ध में मारे गए थे इस समय भी महिलाओं ने रोटी व शांति के लिए हड़ताल की।
धीरे-धीरे सभी विकसित देशों में यह दिवस मनाए जाने लगा, महिलाओं की भावनाओं को उचित दिशा देने के लिए 8 मार्च को महिला दिवस के रूप में पूरे विश्व में मनाया जाने लगा।
भारत में महिला दिवस –
Happy women’s day |
भारत देश की संस्कृति हमेशा से रही है कि भारत देश में महिलाओं को देवी शक्ति का रूप माना जाता है, विशेष बात तो यह है कि हम जिस देश में रहते हैं उसे स्वयं एक मां का दर्जा मिला है भारत माता।
देश के सभी वासी मातृभूमि का सम्मान करते हैं और मातृभूमि के लिए जान दे सकते हैं हमारे देश में महिलाओं को उचित सम्मान मिलता है चाहे वह राजनीतिक क्षेत्र हो या कोई भी अन्य क्षेत्र। इतिहास गवाह है कि भारतीय महिलाओं ने तब तब शौर्य का प्रदर्शन किया है जब जब देश में संकट की स्थिति उत्पन्न हुई ।
यहां की महिलाओं ने वक्त आने पर तलवारबाजी भी की है व बंदूक भी उठाई है और दुश्मनों को धूल भी चटाई है।
इस देश में महारानी लक्ष्मी बाई से लेकर इंदिरा गांधी तक कई ऐसी महिलाओं ने जन्म लिया जो कि मिसाल बन कर रह गई।
लेकिन कभी-कभी बड़ा अफसोस होता है भारत में महिलाओं को उचित सम्मान दिया जाता है देवी शक्ति का रूप माना जाता है वही उसी देश में आए दिन महिलाओं के साथ दुष्कर्म के समाचार आते रहते हैं ,भ्रूण हत्या के मामले दर्ज होते हैं ,आज भी कई जगहों पर भेदभाव किया जाता है जो कि इस बात को दर्शाता है कि
अभी भी महिलाओं को हम वो अधिकार नहीं दिला पा रहे हैं जो उन्हें मिलना चाहिये।
इतिहास गवाह है जब-जब भारत देश पर कोई संकट आया है भारतीय महिलाओं ने बलिदान दिये।
ये भारत की महिलाएं हैं बेलन चलाना भी जानती हैं और समय आने पर तलवार उठाना भी जानती है।
Social media में महिला दिवस –
कई जगहों पर महिला दिवस सिर्फ फोटो ,व्हाट्सएप स्टेटस, और फेसबुक पोस्ट में लाइक बढ़ाने का माध्यम बन चुका है कई जगहों में देखा गया है कि महिला दिवस मनाने का मकसद लोगों को पता तक नहीं है उन्हें तो बस व्हाट्सएप स्टेटस और फेसबुक पर पोस्ट डालने से मतलब रहता है । कई लोग ऐसे भी हैं महिलाओं का सम्मान करना नहीं सीखा लेकिन सोशल मीडिया में उनके पोस्ट देखकर लगता है तो दुनिया ऐसा समानित व्यकि कोई नहीं है ।
मैं इसका विरोध नहीं करता हूं कि सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर करना गलत बात है लेकिन पीठ पीछे महिलाओं के बारे में टिप्पणी करना बहुत बुरी बात है ।
महिला दिवस का उद्देश्य –
क्योंकि आजकल महिलाएं हर वो कार्य कर सकती है उनमें हर वो क्षमता है जो पुरुषों में है।
Sports ,army , राजनीति हर क्षेत्र में महिलाएं पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर आगे1 बढ़ रही है ।